आँखे भगवान का दिया हुआ सबसे बड़ा तोहफा है। आँखों की अहमियत आप उन लोगो से पूछे जिनके पास आँखे नहीं है। उनके लिए सारी दुनिया ही अंधेरे से भरी हुई है। आप अपनी आँखों की कद्र करें। आप कुछ बातो पर अमल करें यकीनन आपको फायदा होगा।
- अगर आँख में सूजन या संक्रमण हो जाये तो पट्टी कभी ना बांधे। हाँ अगर चोट लग गई हो तो पट्टी बाँध सकते हैं।
- आँख के इलाज के लिए किसी भी ऐसे हकीम या डॉक्टर के पास ना जाएँ जिसके पास इलाज करने का मानक यानी डिग्री ना हो।
- आँखों के इलाज के लिए हमेशा स्पेशलिस्ट डॉक्टर का ही चुनाव करें।इस बात का पूरा ख्याल रखें की आप आँखों की जांच कराने के बाद ही नम्बर वाला चश्मा लगायें। वरना इससे होगा ये की आप की आँखों पे चश्मा भी लग जायेगा और बीमारी का पता भी नहीं चलेगा।
- आँखे संक्रमण ग्रस्त होने पर हमेशा गुनगुने पानी का ही उपयोग करें।हाँ सामान्य आँखों पर आप ठंडा और ताज़ा पानी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अगर आपने आँख का ऑपरेशन करवाया है तो आँख साफ़ करने के लिए तोलिये या रुमाल का इस्तेमाल न करें। उसपर आप उबालि जा चुकी रूई के फोहे का ही इस्तेमाल करें।
- सामान्य रुमाल का इस्तेमाल सिर्फ सामान्य आँख के लिए करे।
- आप आँखों के चश्मे सिर्फ उनही दुकानों से खरीदे जहां पर आँखों की जांच होती हो
- अगर आपने ऑपरेशन कराया है तो या आँख के संक्रमित हो जाने पर सुरमा या काजल ना लगाएं। आपके चिकित्सक ने जितने दिनों तक दवा डालने को कहा है उससे ज़्यादा दवा का इस्तेमाल ना करें। और अपने चिकित्सक से पता करें की दवाई कब तक लेनी है। किसी भी नेत्र चिकित्सक की सलाह लिए बिना आँख की किसी भी दवा का उपयोग बिलकुल ना करें। चिकित्सक के परामर्श से आप दवाई का उपयोग करें।
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